Papa Shayari

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Papa Shayari in Hindi (Father Shayari)

जो मांगू दे दिया कर ए ज़िन्दगी,
कभी तो मेरे पापा जैसी बन कर दिखा..!!

जिंदगी का हर सफर आसान बन जाता है,
जब मेरे पापा कहते हैं बेटा तू चल मैं आता हूं..!!

ना रोजा काम आएगा, ना उपवास काम आएगा,
मुसीबत में जब होंगे तो बस मां बाप का आशीर्वाद काम आएगा..!!

पापा खुद की फ़िक्र छोड़ हमारी पहचान बना रहे हैं,
अपने पसीने से वो हमारी ज़िन्दगी महका रहे हैं..!!

जेब खाली हो फिर भी मना करते नहीं देखा,
मैने पापा से अमीर इंसान कभी नहीं देखा..!!

मेरे लिए मेरा जहान हो तुम,
मेरी सबसे बड़ी पहचान हो तुम,
अगर माँ जमीन हे तो पापा मेरे लिए पूरा आसमान हे..!!

पापा मेरी जान है पापा मेरी शान है,
उन पर मेरा सब कुछ कुर्बान है..!!

परेशानियों से तो हमें मां बाप ही बचाते हैं,
वरना लोग तो सिर्फ हाल पूछ के चले जाते हैं..!!

मेरे होठों को हसी मिल जाती हे ,
जब मिल जाता हे पापा का प्यार ,
निराला बचपन भी खूबसूरत हो जाता हे ,
जब मिल जाता हे पापा का प्यार..!!

मुझे छाव में रखा और खुद जलता रहा धुप में,
मेने देखा है एक फरिश्ता मेरे पिता के रूप में..!!

माँ की दुआ हर बुरी नज़र से बचाती है,
पापा की मेहनत कुछ कर दिखाने का हौसला दिलाती है..!!

दिल में उठा दुखों का तूफान अब शांत सा है,
पापा ने आज फिर से गले से जो लगाया है..!!

किस तरह बया करू पापा की खूबियों को,
शब्द ही नहीं मिलते हैं, तारीफ़ के काबिल..!!

घर में रोशनी कुछ बढ़ सी गई,
पापा लगता है काम से घर आ गए..!!

मंजिल हे दूर और सफर बहुत हे,
मुझे अपनी जिन्दगी की फ़िक्र बहुत हे,
मार डालती ये दुनिया हमको कब की,
लेकिन पापा के प्यार में असर बहुत हे,

मेरे सपनो के खातिर अपनी ज़रूरत को जलाते रहे,
हां मेरे अन्धेरे से जीवन में दिया सा हे मेरे पापा..!!

ये जो हर बात को हस हस के सह लेता हूं ना,
ये हुनर मैंने मेरे पापा से सीखा हैं..!!

कभी घोडा बनके घुमाते हे पापा,
कभी कंधे पे बिठाकर मेला दिखाते हे पापा,
माँ अगर पैरो से चलना सिखाती हे तो,
अपने पैरो पर चलना सिखाते हे पापा..!!

पूरी दुनिया चाहे क्यों न मेरे ख़िलाफ़ हो,
बस मेरे कंधे पर मेरे पापा का हाथ हो..!!

एक दिल है एक जान है,
दोना माँ पापा पे कुर्बान है..!!

ज़िद्दी बहुत हूँ मै क्या करूँ,
पापा ने कभी कोई ख्वाइश अधूरी ही नहीं राखी..!!

राह आसां कर दे जो हर राह के कंकर हटा कर,
उस फ़रिश्ते को ख़ुदा ने भेजा है पापा बना कर..!!

ज़िन्दगी का पहला दोस्त पापा, जिनका प्यार बड़ा अनमोल है,
और उनके बिना ज़िन्दगी का कोई मोल नहीं..!!

कुछ चाहुँ और वो मिल जाए ये अब मुमकीन नहीं,
अरे याद आया ये नसीब है मेरे पिता का दिल नहीं..!!

अपने गमो को छिपा के,
हमारी खुशी के लिए मुस्कुराते है,
शायद इसीलिए वह पापा कहलाते है..!!

सच्ची ख़ुशी तब मिलती है
जब पापा के आँखों में सुकून दिखता है..!!

मेरी हर ज़िद कि खातिर जज़्बात में बैह जातें हैं पापा,
मुझे आराम देकर ख़ुद तकलीफ में रह जाते हैं पापा..!!

सब गलत कहते हैं कि नसीब भगवान लिखते हैं,
सच ये है कि नसीब माँ बाप लिखते हैं..!!

पिता से कुछ ऐसा रिश्ता बनाये जाये जिसे उम्र भर निभाया जाएं,
उदास हो अगर पापा तो हमसे भी न मुस्कुराये जाये..!!

परिवार के चेहरें पे ये जो मुस्कान हसती है,
पिता ही है जिसमे सबकी जान बसती है..!!

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