Humsafar Shayari

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Humsafar Shayari in Hindi

हमारी तो सिर्फ एक ही ख्वाहिश हैं,
हर जन्म मेरे हमसफर तुम ही बनों..!!

अगर हमसफ़र साथ देने वाला हो,
तो रास्ते कितने भी मुश्किल भरे हो,
ज़िन्दगी का सफर खूबसूरत हो ही जाता है..!!

ख्वाहिशों के समंदर के सब मोती तेरे नसीब हो,
तेरे चाहने वाले हमसफ़र तेरे हरदम करीब हों,
कुछ यूँ उतरे तेरे लिए रहमतों का मौसम,
कि तेरी हर दुआ, हर ख्वाहिश कबूल हो..!!

सफर में चलते चलते, अक्सर हाथ छूड़ जाते हैं,
जुदा कहां हो जाते हैं हमसफ़र, मगर हां रूठ जाते हैं..!!

उम्र भर का पसीना, उसकी गोद मे सुख जायेगा,
हमसफर क्या चीज है, ये बुढापे मे समझ आयेगा..!!

मेरे हर दर्द का मरहम, का सुकून भी तुम ही हो,
इस क़दर मसरूफ़ रहता हूँ तुम्हारी यादो में,
फुरसतों को भी फुर्सत नही मिलती अब तो,
क्योंकि हमसफर अब भी तुम ही हो..!!

अब इस के बाद घने जंगलो की मंजिल है,
ये वक़्त है के पलट जाएँ हमसफ़र मेरे..!!

जीने के लिए जान जरुरी हैं,
हमारे लिए तो आप जरुरी हैं,
मेरे चेहरे पे चाहे गम हो,
आपके चेहरे पे मुस्कान जरुरी हैं..!!

रुस्वाई ज़िंदगी का मुकद्दर हो गयी,
मेरे दिल भी पत्थर हो गया,
जिसे रात दिन पाने के ख्वाब देखे,
वो बेवफा किसी और की हमसफर हो गई..!!

कुछ सोचु तो तेरा ही ख्याल आता हैं,
कुछ बोलू तो तेरा नाम आता हैं,
कब तक मैं छुपाऊँ अपने दिल की बात,
तेरी हर एक अदा पे हमे प्यार आता हैं..!!

जो उम्र भर साथ निभाए वही हमसफर होता है,
वरना लोग साथ जीने-मरने की कसमें बिना सोचे खा लेते हैं..!!

मेरे हर दर्द का मरहम, का सुकून भी तुम ही हो,
इस क़दर मसरूफ़ रहता हूँ तुम्हारी यादो में,
फुरसतों को भी फुर्सत नही मिलती अब तो,
क्योंकि हमसफर अब भी तुम ही हो..!!

आपके आने से ज़िन्दगी कितनी खूबसूरत है,
दिल में बसी है जो वो आपकी ही सूरत है,
दूर जाना नही हम से कभी भूलकर भी,
हमे हर कदम पर सिर्फ आपकी ज़रूरत..!!

हमसफर बन गए हमनवा बन,
तुम मेरे आसमां मेरी जमीन बन गए..!!

चेहरे पर तेरे सिर्फ मेरा ही नूर होगा उसके,
बाद फिर तू ना कभी मुझसे दूर होगा जरा,
सोच के तो देख क्या ख़ुशी मिलेगी जिस,
पल तेरी मांग में मेरे नाम का सिंदूर होगा..!!

मेरे बाद किसी और को हमसफ़र बनाकर देख लेना,
तेरी ही धड़कन कहेगी कि उसकी वफ़ा में कुछ और ही बात थी..!!

मुझे मोहब्बत हैं तेरे नाम से,
तू मेरा सदीयों का ख्वाब हैं,
मैं अब अलफ़ाज़ कहाँ से लाऊँ,
वल्लाह मेरा हमसफ़र लाजवाब हैं..!!

तुम्हारा मेरी जिंदगी में आना मुझे खुशनसीब कर गया,
कमी थी जिस रंग की मेरी जिंदगी में वो रंग भर गया..!!

जहां सर झुक जाए वही खुदा का घर है,
जहां हर नदी मिल जाए वही समुंदर है,
इस जिंदगी में दर्द तो सब देते हैं,
जो दर्द समझे वही अच्छा सच्चा हमसफ़र है..!!

ना पूछो हमसफर से दूर रहकर कैसा लगता है,
बेसब्री से बस उनसे मिलने का इंतजार रहता है..!!

गगन से भी ऊंचा मेरा प्यार है,
तुझी पर मिटूंगा ये इकरार है,
तू इतना समझ ले मेरे हमसफ़र,
तेरे प्यार से मेरा संसार है..!!

इतनी अकेली क्यों है ये ज़िंदगी,
कोई हमसफ़र क्यों नहीं साथ मेरे,
तुम भी दो क़दम साथ चल, छोड़ गए बीच मँझधार,
अब कटेगी ये ज़िंदगी किसके सहारे..!!

जिंदगी की राहों में मुस्कुराते रहो हमेशा,
उदास दिलों को हमदर्द तो मिलते हैं हमसफर न..!!

शाम आयी तो बिछड़े हुए हमसफ़र,
आंसुओं से इन आंखों में आके रहे,
हर मुसाफिर है तन्हा-तन्हा क्यों,
एक-एक हमसफ़र से पूछते हैं..!!

कुछ नही बस इतना सा वादा चाहिए कि,
कुछ कर गुजरने की चाह में खुद के साथ मेरा हमसफर चाहिए..!!

फिरते हैं कब से दरबदर अब इस नगर,
अब उस नगर एक दूसरे के हमसफ़र मैं और मेरी आवारगी..!!

आप जैसा हँसी हमसफर हो अगर,
जा रहे हैं कहाँ सोचता कौन हैं..!!

बातें तो हर कोई समझ लेता है,
हमसफर ऐसा हो जो खामोशी भी समझे..!!

उल्फत में अक्सर ऐसा होता है,
आँखे हंसती हैं और दिल रोता है,
मानते हो तुम जिसे मंजिल अपनी,
हमसफर उनका कोई और होता है..!!

राह भी तुम हो राहत भी तुम ही हो,
मेरे सुख और दुख को बांटने वाली,
हमसफर भी तुम ही हो..!!

जिंदगी की राहो में मिलेंगे तुम्हें हजारों हमसफर,
लेकिन उम्र भर भूल ना पाओगे वह मुलाकात हूँ मैं..!!

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