Sukoon Shayari

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Sukoon Shayari in Hindi

सुकून की बात अब मत कर मेरे दोस्त,
वो बचपन वाला इतवार अब नहीं आता..!!

बचपन जो गया, सुकून साथ ले गया,
चुनौतियों और जिम्मेदारियों का बोझ दे गया..!!

हर पल जिन्दगी का अब बस धुआँ है,
न जाने सुकून-ए जिन्दगी अब कहां है..!!

जब दीदार हुआ उनका इन तरसती आँखों को,
तब जाकर राहत-ए-खुदा मिली..!!

यु तो हर रोज रूबरू होते है चहेरे बहुत मुझसे,
लेकिन रूह को सुकून तब मिलता है जिसमे मिले वो चेहरा तुम्हारा..!!

कुछ इस तरह सुकून-ऐ-जिंदगी हासिल कर ली,
किसी को माफ कर दिया, किसी से नफरत कर ली..!!

जबरदस्ती की नजदीकियों से,
सुकून की दूरियां ही अच्छी है..!!

जिंदगी में तू ही वो शख्स है,
जिससे सुकून भी है और बेचैनी भी..!!

सुकून अगर जिंदगी में चाहते हो तो सफर तनहाई में करना,
मार देगा जो जिस पर मरोगे बेहतर है खुद पर ही मरना..!!

मिल जाता है सुकून उनकी तस्वीर देख कर,
कुछ शख्स हमारी जिंदगी में ऐसे भी होते हैं..!!

उन हसीन पलो को याद कर रहे है,
आसमान से आपकी बात कर रहे है,
सुकून तो तब मिला हमें जब हवाओ ने बताया,
आप भी हमें याद कर रहे है..!!

सुकून देता है मुझे उनका यु बार-बार देखना हमें,
अब क्या फर्क पड़ता है वो मेरा है या किसी और का..!!

राहत मिल दिल को जब लबों पे तेरा नाम आया,
इस बेचैन जिन्दगी को तब जाकर कहीं आराम आया..!!

सुकुन-ए-जिन्दगी पल भर को तरसती है,
तेरी गैर मौजूदगी में ना जाने ये आंखे क्यूँ बरसती है..!!

ना किसी के लौटने की खुशी, ना किसी को खोने का गम,
ये जख्म भरी जिंदगी में ढूंढ रहे है सुकून के पल..!!

चलो थोड़ा सुकून की और चला जाए,
जो दिल दुखाते हैं उनसे दूर ही रहा जाए..!!

बहुत बड़ा है दुनिया का बाजार,
मगर यहां इक सुकून-ए-दिल की दुकान नही मिलती..!!

वो एक ही शब्द काफी है मेरे सुकून के लिए,
बस तुम दिल से एक बार कह दो की तुम खास हो मेरे लिए..!!

कमाता चला जा रहा है पर वक्त नहीं है,
क्या ख़ुशी ढूंढ रहा है जब सुकून नहीं है..!!

वक्त से कह दो थोड़ी देर के लिए यही ठहर जाए,
क्योकि बड़े अरसे बाद आज मुझे सुकून मिला है..!!

इश्क़ भी हो सुकून भी मिले,
खुदा ने ये सहूलियत बनायी ही नहीं..!!

सालो साल बातचीत से उतना सुकून नही मिलता,
जितना सिर्फ एक बार गले लग कर मिलता है..!!

सांसो में समाओ तो खुशबु है हम,
और दिल में उतरो तो सुकून है हम..!!

आयोडेक्स सा है, प्यार तेरा,
कभी जलन देता है, तो कभी सुकून देता है..!!

ना शायरी में मिलेगा, ना नग्मों में मिलेगा,
ये सुकून बस माँ के क़दमों में मिलेगा..!!

सुकून के साथ मरने के लिए अब यही करना होगा,
उम्मीद जितनी कम होंगी, दिल पे बोझ उतना ही कम होगा..!!

खुद औरों को दर्द दिये फिरतें है,
और कहतें है सुकून भरी बाँहों की तलाश है हमे..!!

चेहरे पर सुकून तो बस दिखाने भर का हैं,
वरना बेचैन तो दिल जमाने भर का है..!!

जब नज़रों में उनके हम नज़र आतें है,
वो ख़ुशी के चंद पल बरसों का सुकून दे जाते है..!!

उनको पा कर सोचा था सुकून मिल जायेगा,
इस गम भरी जिन्दगी को जीने का जूनून मिल जायेगा,
मगर बेवफाई की बोछर इस क़दर हुई मुझ पर,
सुकून-जिन्दगी का बस छीन-सा गया..!!

अब बड़े हो गए तो ये जान चुके है की,
इंसान या तो सुकून में रह सकता है या बड़े घर में..!!

हमसे मत पूछना ख़्वाबों की क़ीमत,
बहुत ख़्वाबों को पाला है हमने भी सुकून बेच कर..!!

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