Mast Shayari

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Mast Shayari in Hindi – Bindass Shayari

हम जिनके ख्वाबों में मस्त हैं,
वो कहीं और ही व्यस्त हैं..!!

लोगों से अलग मंजिल कुछ खास है,
सफर अकेला ही सही पर इरादा बिंदास है..!!

माना कि बहुत महँगा है ख्वाब आपका,
पर कीमत हमारे प्यार की कुछ कम तो नहीं..!!

फिर नींद से उठकर इधर उधर देखते है तुम्हें,
क्यों ख्वाबों में मेरे इतने करीब चले आते हो तुम..!!

ये इश्क की एक ऐसी बीमारी चल रही है,
दोस्तों से दुरी और अजनबियों से यारी चल रही है..!!

हमारा इतिहास ऐसा होगा,
तुम कहानियां लिखकर मशहूर हो जाओगे..!!

अभी सुकून में है वो किसी और का होकर,
आग तो तब लगेगी जब हम किसी और के होगे..!!

कुछ खुदा भी सुस्त था, कुछ हम भी मस्त थे,
बस यूहीं चलता रहा काफिला जिंदगी का..!!

जब से खुद को व्यस्त रखने लगा हूँ,
तब से हर वक़्त मस्त रहने लगा हूँ..!!

यूँ तो अपनी मस्ती में वो बेहद मस्त हैं,
बस एक मेरे लिए ही वो काफी व्यस्त हैं..!!

दिलचस्प हो तुम जबरदस्त हो तुम
मेरी महबूबा बड़ी मस्त हो तुम..!!

सपना बनाकर मुझे अपनी रात में भर लो,
एक दूजे से दूर न होंगे चलो आज ये वादा कर लो,
टूट जाएंगे हम अगर जो फासले हो गए,
न जाने कल न मिले चलो आज कुछ बाते कर लो..!!

कभी दुःख भी मुस्कुराकर सह लेता हु,
कभी रोकर भी जी लेता हु,
क्या करू जिंदगी हैं मरकर भी जी लेता हु..!!

दर्द कहता है, ज़ख्मों का समंदर बन जा,
मोहब्बत कहती है, मस्त कलंदर बन जा..!!

क्या पता था कि महोब्बत ही हो जायेगी,
हमें तो बस तेरा मुस्कुराना अच्छा लगा था..!!

मस्त नजरों से देख लेना था,
अगर तमन्ना थी आजमाने की,
हम तो बेहोश यूं ही हो जाते,
क्या जरूरत थी मुस्कुराने की..!!

हम बोलते बहुत कम है,
लेकिन लोगों को खामोश करना बड़े अच्छे से जानते है..!!

दिन भर जो देखता रहता है तुम्हें,
उस आईने से भी नफरत है मुझे..!!

व्यस्त व्यक्तित्व कई मिलेंगे इस दुनियाँ में,
मस्त व्यक्तित्व कोई एक पाता है इस जहाँ में..!!

अकेलेपन को पिघला कर उसमें व्यस्त रहता हूँ,
मजाकियां हूँ मुरझा कर भी मस्त रहता हूँ..!!

नसीब जिनके ऊंचे और मस्त होते है,
इम्तिहान भी उनके जबरदस्त होते है..!!

तेरे हर गुनाहों का हम हिसाब लेंगे,
तू शोर मचाता रहेगा, हम ख़ामोशी से जवाब देंगे..!!

मस्त रहता हूं अपनी मस्ती मैं,
जाता नहीं मतलबी लोगों की बस्ती में..!!

मुझको ऐसा दर्द मिला जिसकी दवा नहीं,
फिर भी खुश हूँ मुझको उससे कोई गिला नहीं ,
और कितने आसू बहाऊ उसके लिए,
जिसको खुदा ने मेरे नशीब में लिखा नहीं..!!

सेर को अपना हुनर दिखाने की जरूरत नही,
उसकी मौजूदगी ही जंगल को सुनसान बना देती है..!!

माना जीवन संघर्षो का समुन्द्र है,
पर किनारे पर किनारे पर ही डूब जाना हमे मंजूर नहीं..!!

कौन कहता है पहले प्यार को भुलाया नहीं जा सकता,
बस दूसरी वाली पहली वाली से ज्यादा मस्त होनी चाहिए..!!

सब हमे नजर अंदाज करने से खुश हैं,
और हम अपने अंदाज में मस्त हैं..!!

कुछ काम पड़ने पर सब हम है व्यस्त कहने लगे,
इसलिए अब हम भी खुद में ही मस्त रहने लगे..!!

उदास क्यूँ हो जनाब जिन्दगी बड़ी मस्त है,
मुश्कीलें तो है बहुत मगर ये खेल जबरदस्त है..!!

ज़िन्दगी में बड़े कष्ट है,
फिर भी हम बड़े मस्त है..!!

काश जिन्दगी ऐसी हो, ना दोस्त हो ना दुशमन हो,
कोई मिले या ना मिले फ़िर भी खुद मे ही मस्त हो..!!

वो अपनी मंजिलों में व्यस्त थे,
और हम अपनी राहों में मस्त..!!

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