Nafrat Shayari

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Latest Nafrat Shayari in Hindi

नफरत करना सबके बस की बात नहीं जनाब,
जिन्दगी भर तो छोड़ो, नफरत करनी तो पल भर भी, आसान नहीं..!!

दिल है की मानता नहीं,
नफरत करने की बजाय प्यार करने की वजह ढूंढ़ता रहता है..!!

मोहब्बत करने से फ़ुरसत नहीं मिली दोस्तों,
वरना हम करके बताते नफरत किसको कहते हैं.. !!

एक पल तो घायल दिल कहता है की नफरत कर,
दूसरे ही पल कमजोर दिल कहता है की प्यार कर.. !!

नफरत करनी हर किसी को नहीं आती,
ये तो बस प्यार में जख्मी लोगों का काम है.. !!

जो हमारी नफरत के भी लायक नहीं थे,
हम उन्ही से बेशुमार प्यार कर बैठे..!!

फिर कहीं से नफरत के सिक्के मिलेंगे,
ये हथेली आज फिर खुजला रही है..!!

कैसे करें नफरत उससे हम जिससे हमने मरते दम तक,
मोहब्बत करने का वादा किया है..!!

मोहब्बत के बदले मोहब्बत तो हर कोई करता है,
नफरत के बदले मोहब्बत कोई कोई करता है..!!

एक रिश्ते को जोड़ने के लिए कईं रिश्तों को दूर कर बैठा,
उसकी मोहब्बत पाने के लिए खुद से ही नफरत कर, बैठा..!!

उसकी नफरत का जहर इतना चढ़ गया है ,
की अब किसी की भी मोहब्बत का स्वाद नहीं चढ़ता..!!

उनकी इतनी नफरत ने ही हमें उनका दीवाना बना रखा है,
अगर उन्होंने मोहब्बत हमसे कर ली तो हमारा क्या हाल होगा..!!

नफरत की आग फैलाने में तो चंद पल ही लगते हैं,
मगर मोहब्बत का फूल खिलाने के लिए पूरी जिन्दगी, बीत जाती है ..!!

मोहब्बत के बदले नफरत मिले तो कोई गम नहीं,
क्योंकि मोहब्बत को पाने के लिए यहाँ लोग भी कम नहीं..!!

नफरत मत करना मुझसे, बुरा लगेगा,
बस एक बार प्यार से कह देना, अब तेरी जरूरत नहीं..!!

ना मेरा प्यार कम हुआ, ना उनकी नफरत,
अपना अपना फर्ज था, दोनों अदा कर गये..!!

मुझे नफ़रत सी हो गयी है अपनी जिन्दगी से
और तू ज्यादा खुश ना हो, क्योंकि तू ही मेरी जिन्दगी है..!!

मैं काबिले नफरत हूँ, तो छोड़ दे मुझको,
तू मुझसे यूँ दिखावे की मोहब्बत न किया कर..!!

जरूरत है मुझे नये नफरत करने वालों की,
पुराने तो अब मुझे चाहने लगे है ..!!

मोहब्बत सच्ची हो तो कभी नफरत नहीं होती है,
अगर नफरत होती है तो मोहब्बत सच्ची नहीं होती है..!!

हमें बरबाद करना है तो हमसे प्यार करो,
नफरत करोगे तो खुद बरबाद हो जाओगे..!!

तेरी नफरत को मैने प्यार समझ कर अपनाया है,
प्यार से ही नफरत खत्म होता है,
तूने ही तो समझाया है..!!

नफरत की आग जो तुमने,
इस दिल में लगाई है,
तुमसे ही नही मोहब्बत,
से भी हमें शिकायत हुई है..!!

तेरी बेवफाई में ना नफरत हुई,
और ना ही इश्क खत्म हुआ..!!

कोई तो हाल-ए-दिल अपना भी समझेगा,
हर शख्स को नफरत हो जरूरी तो नहीं..!!

खुदा सलामत रखना उन्हें,
जो हमसे नफरत करते हैं,
प्यार न सही नफरत ही सही कुछ तो है,
जो वो सिर्फ हमसे करते हैं..!!

मुझसे नफरत करने वाले भी,
कमाल का हुनर रखते हैं,
मुझे देखना तक नहीं चाहते,
लेकिन नजर मुझपर ही रखते हैं..!!

तुम उसे नफरत से क्या डराओगे,
जिसे मोहब्बत से ज्यादा नफरत ही मिली हो..!!

नफरत के बाजार में जिने का अलग ही मजा हैं,
लोग रुलाना नहीं छोड़ते और हम हँसना नहीं छोड़ते..!!

नहीं हो तुम हिस्सा अब मेरी हसरत के,
तुम काबिल हो तो सिर्फ नफरत के..!!

तेरी नफरत में वो दम कहाँ,
जो मेरी चाहत को कम करे..!!

लेकर के मेरा नाम वो मुझे कोसता है,
नफरत ही सही पर वो मुझे सोचता तो है..!!

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