Dhokebaaz Shayari

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Dhokebaaz Shayari in Hindi

यूँ न कहो कि क़िस्मत की बात है,
मेरी तन्हाई में कुछ तुम्हारा भी हाथ है..!!

अल्फ़ाज़ सिर्फ चुभते हैं,
खामोशियां मार देते हैं..!!

जो धोखा करना सीख जाते है जनाब,
हर सख़्श उन्हें धोखेबाज़ लगते है..!!

जिन्दगी की हर मोड़ पर धोखेबाज मिलें,
उनमें पराये कम अपने ज्यादा मिलें..!!

हर खेल में हम बाजी मार जाते हैं,
पर धोखेबाज से हम बाजी हार जाते हैं..!!

धोखेबाजों का चलन है साहब,
वफ़ा करने वालो की कहाँ कदर है..!!

जमाने को अच्छा समझा लेकिन वो चालबाज निकला,
अपने को अपना समझा लेकिन वो धोखेबाज निकला..!!

दिलों जान से चाहा था उसे,
लेकिन उसने मेरी मजबूरी को धोखेबाजी का नाम दे दिया..!!

उसकी यादें सदाबहार है मगर अब वो मेरी पहुंच से बाहर है,
पाकर भी करूंगा क्या वो तो हमेशा से एक धोखेबाज है..!!

ये शराब को जब चाढ़ता हूं हर रोज,
ताकी इसका नशा चढ़े,
और तेरे धोखेबाज इश्क़ का नशा उतरे..!!

धोखेबाज तो हज़ारों मिलेंगे ज़िन्दगी में,
इसका मतलब ये तो नही की हम भरोसा करना छोड़ दे..!!

आज नींद ने न आने का वादा लिया हैं मुझ से,
तेरी तरह वो भी धोखे बाज निकली..!!

धुंआ ही धुंआ फैला है ज़माने में आज,
छुप गए इंसानियत और वफ़ा बढ़ गये है धोखेबाज..!!

देखें तो देखे कहां तक,
यहां तो हर शख्स धोखेबाज नजर आता है..!!

मुझे तेरा इश्क़ बेइमान सा लगता है,
कभी इधर कभी उधर भटकता तेरा दिल मुझे धोखेबाज सा लगता है..!!

तनहाई मुझे अच्छी लगती है,
महफिल में तो सब धोखेबाज है..!!

कोई शक्ल नहीं होती धोखेबाजो की,
हमेशा चेहरे पर नकाब लेकर घूमते हैं यह लोग..!!

बड़ी धोखेबाज है री तेरी नजरे,
अब तो वो मुझे पहचानने से भी इंकार करती है..!!

झूठी हमदर्दी झूठा प्यार यही सच्चाई है,
एक धोखेबाज इश्क करने वालों की..!!

वो हर दफा झूठ बोलता रहा मै सच समझता रहा,
कितने धोखे दिए उसने मै रोज मरता रहा..!!

वो शक्स धोखेबाज निकला,
जिससे मैंने बे वजह बे इंतेहा मोहब्बत की..!!

वो तो मेरी किस्मत ही धोखेबाज थी,
वरना वो फरिश्ता तो मेरा ही था..!!

ऐसा लगता है मानो,
मैंने खुदसे ही धोखा कर दिया,
एक धोखबाज़ से मोहबत करके..!!

वो इसलिए कद्र ना कर सके मोहब्बत की,
क्योंकि उन्हें धोखा ही प्यारा था..!!

मैं नशा इसलिए चढ़ाता हूँ,
ताकि तेरी यादों का नशा उतर सके..!!

हमे लगा हमे देख कर मुस्कुराना सीखा है उन्होंने,
पर वो तो पैसों से मुस्कुराया करते थे..!!

कुछ इस तरह उन्होंने धोखा दिया,
कि मेरी ज़िंदगी का हर मकसद छीन लिया..!!

धोखा भी बादाम की तरह है,
जितना खाओगे उतनी अक्ल आती है..!!

जो सही के साथ गलत करते है,
वो उनके लिए नहीं अपने लिए गलत करते है..!!

हम अफसोस क्यों करे कि कोई हमें ना मिले,
अफसोस तो वो करे जिन्हें हम ना मिले..!!

दर्द इतना था ज़िन्दगी में कि,
धड़कन साथ देने से घबरा गईं..!!

किसी ने मुझे ये सीखा दिया कि,
हद से ज़्यादा किसी को चाहना बुरी बात है..!

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