Mood Off Shayari in Hindi
कौन सा जख्म था जो ताजा न था,
इतना गम मिलेगा इश्क में हमें अंदाजा ना था..!!
न वो आ सके न हम कभी जा सके,
न दर्द दिल का किसी को सुना सके,
बस खामोश बैठे है उसकी यादों में,
न उसने याद किया न हम उसे भुला सके..!!
अब दिल नही लगता है इधर उधर,
तू बस गया है मेरी रूह में इस कदर..!!
कोई अपना हो कर भी अपना सा नही लगता,
कोई पराया होकर भी अपना सा लगता है..!!
तुम्हे एहसास हुआ है इश्क का हमे रुलाने के बाद,
हमें दर्द हुआ है तुम्हें हंसाने के बाद..!!
मोहब्बत में करने लगा हूं उलझनो में जीने लगा हूं,
दीवाना तो मैं था नहीं लेकिन तेरा दीवाना अब होने लगा हूं..!!
एक अजीब सा मंजर नज़र आता है,
हर एक आँसू समंदर नज़र आता हैं,
कहाँ रखु मैं शीशे सा दिल अपना,
हर किसी के हाथ में पत्थर नज़र आता हैं..!!
मैं ज़िन्दगी गिरवी रख दुगा,
तू सिर्फ किमत बता मुस्कुराने कि..!!
दिल का दर्द दिल तोड़ने वाला क्या जाने,
प्यार के रिवाजों को ये ज़माना क्या जाने,
होती है इतनी तकलीफ लड़की पटाने में,
ये घर बैठा उसका बाप क्या जाने..!!
अफसोस होता हैं उस पल का,
जब अपनी पसंद कोई और चुरा लेता हैं,
ख्वाब हम देखते रहते हैं,
और हकीकत कोई और बना लेता हैं..!!
मिलने को तो हजार मिल जाए,
पर तू साथ हो तो जीने की वजह मिल जाए..!!
बुला रहा है कौन मुझको उस तरफ,
मेरे लिए भी क्या कोई उदास बेक़रार है..!!
कभी टूट कर बिखरो तो मेरे पास आ जाना,
मुझे अपने जैसा लोग बहुत पसंद है..!!
सच्ची मोहब्बत भी हम करते है,
वफ़ा भी हम करते है भरोसा भी,
हम करते है और आखिर में तन्हा,
जीने की सजा भी हमे ही मिलती है..!!
हर बार इल्जाम हम पर ही लगाना ठीक नहीं,
वफ़ा खुद से नहीं होती और खफा हम पर होते हो..!!
एक दिन वक्त भी साथ बैठकर रोया मेरे,
कहने लगा तू तो ठीक है बस मै ही खराब हूँ..!!
अब किसी से प्यार मत करना,
ऐसा करने पर हमें सिर्फ एक बार पछतावा हुआ,
उन्होंने हमें जीवन के सारे दुख दिए हैं..!!
शाम भी थी धुआँ धुआँ हुस्न भी था उदास उदास,
दिल को कई कहानियाँ याद सी आ के रह गईं..!!
जो भी हमसे नाराज हुए हमने उन्हें बहुत मनाया,
आज हम खफा हुए तो कोई नहीं आया..!!
पहले लगा था तुम ही दुनिया हो,
अब ये लगता है तुम भी दुनिया ही हो..!!
वो तेरे खत तेरी तस्वीर और सूखे फूल,
उदास करती है मुझको निशानियाँ तेरी..!!
तू भुला दे मुझे इस बात का शिक़वा नही,
तू ने मुझे रुलाया इस बात का कोई गिला नही,
जिस दिन हमने तुझे भुला दिया,
बस तभी समझ लेना कि दुनिया मे हम नहीं..!!
ताले लगा दिए दिल को अब उसका अरमान नहीं,
बंद होकर फिर खुल जाए ये कोई दुकान नहीं..!!
देखी है बेरुखी की आज हम ने इन्तेहाँ,
हमपे नजर पड़ी तो वो महफिल से उठ गए..!!
कुछ ऐसे हादसे भी होते हैं ज़िंदगी में ऐ दोस्त,
इंसान बच तो जाता है मगर जिन्दा नहीं रहता..!!
दुनियां में सब के साथ सब रहा,
बस तुम्हारे साथ मेरा रिश्ता नहीं रहा..!!
वो क्या करेगा लेके जमाने की राहतें,
जिसको तुम्हारी याद में रोना पसंद है..!!
तूझे मेरी मुस्कान अच्छी लगती थी,
ले आज तूझे वो भी दे दी..!!
जिसने दुनिया में ना संघर्ष किया,
और ना तकलीफ की उसने इस दुनिया में कुछ नहीं किया..!!
क्यू निभाना जब पता है,
रिश्तों में अब रिश्ता बचा नहीं..!!
दर्द अपनों को समझ आता है,
वो थोड़ी मेरी अपनी थीं जो उन्हें मेरे दर्द का एहसास होता..!!
कोई पूछे तो मैं भी बताऊँ,
की अब मैं भी अपने आप के साथ रहने लगा हूँ..!!