Sad Shayari for Boys in Hindi
कुछ अजीब सा चल रहा है ये वक्त का सफर,
एक गहरी सी खामोशी है खुद के ही अंदर..!!
जिंदगी में कुछ हसीन पल यूं ही गुजर जाते हैं,
रह जाती हैं यादें और इंसान बिछड़ जाते हैं..!!
तेरे बैगैर तन्हाई में जीने की जब भी बात आयी,
खुदा कसम तेरी हर वो मुलाकात याद आयी..!!
गलतियां तो किसकी थी ये तो पता नही,
मगर अब उन रिश्तों में वो बात नही..!!
बिछड़े है जब से ये ज़िन्दगी एक सजा सी लगती है,
अब तो अपनी सांसे भी खुद से खफा लगती है,
तड़पते रहते है तेरी जब भी याद आती है,
अब तो मुझे ये दुनिया भी बेवफा लगती है..!!
मोहब्बत में मिटने का हौसला भी रखते है,
मगर तुम ही हमे मिटा दोगे ये नही जानते थे..!!
वो शख्स भूल गया है मुझे,
ना चाहते हुए भी उसे याद करता हूँ,
जानता हूं वो वापस नहीं आने वाला,
पर ख्वाबों में उसी से बात करता हूं..!!
नींद तो आती है पर मैं सो नहीं पाता,
आँसू तो आते हैं पर मैं रो नहीं पाता,
कुछ बातें जहन में आती है,
पर मैं किसी से कह नहीं पाता..!!
हर किसी के बस की बात नही रिश्ता निभाना,
दिल दुखाना पड़ता है किसी और कि खुशी के लिये..!!
तेरे दिल पर होता हक़ हमारा भी थोड़ा तो रोक लेते तुम्हे,
यू दर्द सह कर नही रहते ज़िन्दगी में,
अगर दिल तुम्हारे सिवा कही और होता..!!
इस दुनिया मे लोगो को तो झूठे लोग ही पसंद आते है,
सच बोलो तो अपना ही रूठ जाते है..!!
चहरे पर ये सुकून तो सिर्फ दिखाने के लिए है,
वरना बेचैन तो हर कोई इस ज़माने में है..!!
मेरी खुशिया देख मेरे अपने जल गए,
डर तो था परायों का, ना जाने कब अपनो को खल गए..!!
बस एक बार बोल दो की अब जरूरत नही,
तुम्हारी मुस्करा के चले जायँगे बस यूं अनदेखा मत करो..!!
बड़ी अजीब होती हैं ये यादें,
कभी हंसा देती हैं कभी रुला देती हैं..!!
बहुत थे मेरे भी इस दुनिया में अपने,
फिर हुआ इश्क और हम लावारिस हो गए..!!
मेरी तलाश का है जुर्म या मेरी वफ़ा का कसूर,
जो दिल के करीब आया वही बेवफा निकला..!!
जिंदगी में हिस्सा बनने की चाह थी,
मगर किस्मत ने किस्सा बनाकर छोड़ दिया..!!
ताजा है आज भी तेरे दिए हुए जख्म बस निशान नही है,
मोहब्बत तो आज भी उतनी ही है बस वो इंसान नही है..!!
लफ़्ज़ों में बयां बस बातें होती है,
जिसे ये दिल शिद्दत से चाहता हो,
इतने वही लोग एक दिन हमसे जुदा होते हैं..!!
जिसने आंखें चूमती थी मुझे सुलाने के लिए,
उसने ज्यादा देर नहीं की इन्हे रूलाने के लिए..!!
बरसात देखनी हो तो कभी आओ हमारे शहर,
यहां हर रोज आंखे बरसती है..!!
तेरी खुशियो के खतिर तुझसे दूर हो गए,
खुद के लिए सजा में मगरूर हो गए..!!
बेवफा लोग बढ़ रहे हैं धीरे धीरे,
इक शहर अब इनका भी होना चाहिए..!!
अपना दर्द खुद महसूस करना पड़ता है दिलासा तो दे देगी दुनिया,
मगर हँसते हुए इन्हें खुद ही सहना पड़ता है..!!
हम भी जिया करते थे कभी परिंदे जैसी आजादी लेकर,
फिर एक शख्स आया, मोहब्बत की आड़ में मेरी बर्बादी लेकर..!!
कहने को तो बहुत कुछ बाकी है,
मगर तेरे लिए मेरी खामोशी ही काफी है..!!
एक दिन शिकायत तुम्हे वक्त और जमाने से नही खुद से होगी,
कि जिंदगी सामने थी और तुम दुनिया मै उलझे रहे..!!
ना आंखो से छलकते है ना कागज पर छपते है,
कुछ दर्द ऐसे है जो अंदर ही अंदर पनपते है..!!
मजाक ना बना हमारे देशीपने का,
देशी हूँ गवार नही..!!
सुना है बहुत तन्हा हो गए हो इंतजार करो,
एक शहर भी मिल जायेगा..!!
और क्या कहा इश्क़ कर बैठे हो इंतजार करो,
अब जहर भी मिल जायेगा..!!
तेरे हर सवाल का जवाब सिर्फ़ यही है,
हां मैं गलत हूं और तू सही है..!!