Safar Shayari in Hindi
आज फिर तेरी यादों के सफर में खो गया,
ना मंज़िल मिली ना सफर पूरा हुआ..!!
लोग चाहे जितना भी करीब हो,
लेकिन हर कोई अकेला है ज़िंदगी के इस सफर में..!!
ज़िंदगी के इस सफर में रिश्तों का बोझ जितना कम हो,
सफर उतना आसान हो जाता है..!!
ये रास्ते कहां तक हैं इनका कोई किनारा क्यों नहीं दिखता,
इस तन्हाई में कोई सहारा क्यों नहीं दिखता..!!
किसी को घर से निकलते ही मिल गई मंज़िल,
कोई हमारी तरह उम्र भर सफ़र में रहा..!!
जब भी सफर करो दिल से करो,
सफर से खूबसूरत यादें नहीं होतीं..!!
किसी को मंज़िल की भूख है तो,
किसी को पैसों की प्यास है,
पर सच कहूँ तो मेरे लिए ये सफर ही ख़ास है..!!
सफ़र का मज़ा लेना है तो सामान कम रखिए,
जिंदगी का मज़ा लेना है तो अरमान कम रखिए..!!
कुछ सपने पूरे करने हैं कुछ मंजिलों से मिलना है,
अभी सफर शुरू हुआ है मुझे बहुत दूर तक चलना है..!!
रस्ते कहाँ खत्म होते हैं जिंदगी के सफर में,
मंज़िल तो वही है जहां ख्वाहिशें थम जाएँ..!!
दिल से मांगी जाए तो हर दुआ में असर होता है,
मंजिलें उन्हीं को मिलती है जिनकी जिंदगी में सफ़र होता है..!!
आगे सफर था और पीछे हमसफ़र था,
रुकते तो सफर छूट जाता,
और चलते तो हमसफर छूट जाता..!!
रहेंगे दर्द जिंदगी में तो ख़ुशी का इंतजामक्या होगा,
निकल पड़े हैं जो बदलने खुद को,
न जाने इस सफ़र का अंजाम क्या होगा..!!
बहुत कुछ सिखाया जिन्दगी के सफरअनजाने ने,
वो किताबों में दर्ज था ही नहीं जो पढाया सबक ज़माने ने..!!
सफलता के सफर में कोई भाग लेता है,
तो कोई एक असफलता से डर कर भाग लेता है..!!
यूँ ही नहीं आगे हूँ मैं ज़िन्दगी के सफर में,
की पीछे हटना मुझे नहीं आता..!!
कुछ सपने पूरे करने हैं,
कुछ मंजिलों से मिलना है,
अभी सफर शुरू हुआ है,
मुझे बहुत दूर तक चलना है..!!
किसी को मंज़िल की भूख है तो किसी को पैसों की,
प्यास है पर सच कहूँ तो मेरे लिए ये सफर ही ख़ास है..!!
किसी जगह के बारे में ज़िन्दगी भर सुनने से,
अच्छा है कि एक बार उसे जाकर खुद देख लो..!!
घूमना है मुझे ये सारा जहां तुम्हे अपने साथ लेके,
बनानी हैं बहुत सी यादें हाथों में तुम्हारा हाथ लेके..!!
रहेंगे दर्द जिंदगी में तो ख़ुशी का इंतजाम क्या होगा,
निकल पड़े हैं जो बदलने खुद को,
न जाने इस सफ़र का अंजाम क्या होगा..!!
इन अजनबी सी राहों में जो तू मेरा हमसफ़र हो जाये,
बीत जाए पल भर में ये वक़्त और हसीन सफ़र हो जाये..!!
तेरी जिंदगी की असलियत का जब तुझ पर असर होगा,
असल में उस समय ही शुरू तेरे जीने का सफ़र होगा..!!
ज़िंदगी का सफ़र तय तो करते रहे,
रात कटती रही दिन गुज़रते रहे..!!
सिर्फ़ ख़ंजर ही नहीं आँखों में पानी चाहिए,
ऐ ख़ुदा दुश्मन भी मुझ को ख़ानदानी चाहिए..!!
याद उसे भी एक अधूरा अफ़्साना तो होगा,
कल रस्ते में उस ने हम को पहचाना तो होगा..!!
इन अजनबी सी राहों में,
जो तू मेरा हमसफ़र हो जाये,
बीत जाए पल भर में ये वक़्त,
और हसीन सफ़र हो जाये..!!
सपनों को करना है पूरा तो चलते रहो,
जीवन की गाड़ी के साथ यू हीं बढ़ते रहो..!!
घूमना है मुझे सारा जहां,
तुम्हें अपने साथ ले कें,
बनानी हैं बहुत सी यादें,
हाथों में तुम्हारा हाथ ले के..!!
जिंदगी के सफर में तू है मुसाफिर,
हमेशा चलते रहना जिंदगी की खातिर..!!
आओ संग में एक कहानी बनाते हैं,
चलो कहीं घूम के आते हैं..!!
जिन्दगी के सफर में ये बात भी आम रही,
की मोड़ तो आये कई मगर मंजिले गुमनाम रही..!!
तेरे बिन इस सफर में ख़ाली अँधेरा है,
तुम मिलों तो ये सफर खुद ही एक सवेरा है..!!