Intezaar Shayari in Hindi
अब और कितना इंतज़ार कराओगी ऐ ज़िंदगी,
मिलो और बातें चार कर कुछ मुद्दे ही सुलझा लो..!!
कभी कभी एक दिन का इंतज़ार सालों जैसा लगता है..!!
इंतज़ार में समय की गति नज़रिये पर निर्भर करती है,
अच्छा हो तो तेज और बुरा हो तो धीमे..!!
सुकून से इंतज़ार आपस में प्यार करने वाले,
लोग भी मुश्किल से ही कर पाते है..!!
तड़प कर देखो किसी की चाहत में,
पता चलेगा इंतज़ार क्या होता है,
यूँ ही मिल जाता बिना कोई तड़पे तो,
कैसे पता चलता कि प्यार क्या होता है..!!
क़दम क़दम पर बिछे हैं गुलाब पलकों के,
चले भी आओ कि हम इंतज़ार करते हैं..!!
तड़पती है आज भी रूह आधी रात को,
निकल पड़ते हैं आँख से आँसू आधी रात को,
इंतज़ार में तेरे वर्षों बीत गए सनम मेरे,
दिल को है आस आएगी तू आधी रात को..!!
भले ही राह चलतों का दामन थाम ले,
मगर मेरे प्यार को भी तू पहचान ले,
कितना इंतज़ार किया है तेरे इश्क़ में,
ज़रा यह दिल की बेताबी तू भी जान ले..!!
ऐसे ही इंतज़ार में लज़्ज़त अगर न हो,
तो दो घड़ी फ़िराक़ में अपनी बसर न हो..!!
हमने ये शाम चिरागों से सजा रखी है,
आपके इंतजार में पलके बिछा रखी हैं,
हवा टकरा रही है शमा से बार बार,
और हमने शर्त इन हवाओं से लगा रखी है..!!
उल्फ़त के मारों से ना पूछो आलम इंतज़ार का,
पतझड़ सी है ज़िन्दगी और ख्याल है बहार का..!!
इंतज़ार की आरज़ू अब खो गयी है,
खामोशियों की अब आदत हो गयी है..!!
आँखें जो उठाए तो मोहब्बत का गुमाँ हो,
नज़रों को झुकाए तो शिकायत सी लगे है..!!
वो न आयेगा हमें मालूम था उस शाम भी इंतज़ार,
उसका मगर कुछ सोच कर करते रहे..!!
उम्मीदों के शहरे जिए जा रहे है,
तेरे नाम होठों पे लिए जा रहे है,
एक वो है जो आने का नाम नहीं लेती,
एक हम है कि इंतज़ार किये जा रहे है..!!
तुझे ना हासिल कर के भी ये सुकून तो रहा,
कम से कम तेरे इंतज़ार में समय तो नहीं गवायाँ..!!
बेचैनी प्यार से ज्यादा किसी के इंतज़ार में होती है..!!
कोई आपको अपने से भी ज़्यादा तब अपना लगने लगता है,
जब उस से मिल कर भी आपका इंतज़ार खत्म नहीं होता..!!
एक तरफ है खामोशी एक तरफ इंतज़ार है,
फिर भी ये मोहब्बत अपने आप में ही कमाल है..!!
अगर आपको सबकी नज़रो में अच्छा बनना है,
तो बस अपने मरने तक का इंतज़ार कर लीजिए..!!
दो तरह के आशिक होते है,
एक हासिल करने वाले और दूसरे इंतज़ार करने वाले..!!
उसके ना की उम्मीद तो नहीं,
फिर भी उसका इंतज़ार किये जा रहे है..!!
खूबसूरत का पता नहीं लेकिन मज़ा बहुत आता है,
प्यार में भी और इंतज़ार में भी..!!
एक रात वो गया था जहाँ बात रोक के,
अब तक रुका हुआ हूँ वहीं रात रोक के..!!
मेरे पीठ पर जो ज़ख्म हैं वो अपनों की निशानी है,
वर्ना सीना तो आज भी दुश्मनों के इंतेज़ार में बैठा है..!!
इक उम्र कट गई है तेरे इंतज़ार में,
ऐसे भी हैं कि कट न सकी जिन से एक रात..!!
इस उम्मीद पे रोज़ चिराग़ जलाते हैं,
आने वाले बरसों बाद भी आते हैं..!!
इसी ख़याल में हर शाम ए इंतज़ार कटी,
वो आ रहे हैं वो आए वो आए जाते हैं..!!
कब ठहरेगा दर्द ए दिल कब रात बसर होगी,
सुनते थे वो आएँगे सुनते थे सहर होगी..!!
हालात कह रहे हैं मुलाकात नहीं मुमकिन,
उम्मीद कह रही है थोड़ा इंतज़ार कर..!!
एक तरफ है खामोशी, एक तरफ इंतज़ार है,
फिर भी ये मोहब्बत अपने आप में ही कमाल है..!!
इंतज़ार तो तेरा उम्र भर के लिए कर लेंगे,
बस खुदा करे तू बेवफा न निकले..!!